ਝੂਠੀਆਂ ਸੌਂਹਾ ਤੇ ਝੂਠੀਆਂ ਗਰੰਟੀਆਂ ਦੇਣ ਵਾਲੇ ਸਿਰਫ ਆਪਣੀਆਂ ਸਿਆਸੀ ਰੋਟੀਆਂ ਸੇਕ ਰਹੇ-ਢਿੱਲੋਂ, ਗਰਚਾ
भगवान पर चढ़े फूलों से इस IIT शख्स ने कमाई का खोजा तरीका, 200 करोड़ की खड़ी की कंपनी, Alia Bhatt भी कर चुकी हैं Invest
नई दिल्ली (एकता): अक्सर लोग मंदिर में भगवान को फूल और हार चढ़ाते हैं। फूल करोड़ों लोगों की श्रद्धा और भक्ति का प्रतीक है। लेकिन आपको पता है कि भारत में हर दिन फूलों का क्या किया जाता है। शायद आपने नहीं सोचा होगा। आइए आपको बताते हैं... दरअसल मंदिर में चढ़ाए फूलों को या तो कचरे में फेंका जाता है या नदियों, नालों में। हैरानी की बात यह है कि कानपुर के एक IIT युवक ने जब फूलों को नदियों-नालों में फेंके देखा तो उसे अच्छा नहीं लगा। फिर क्या उसने लाखों की नौकरी छोड़ फूलों से ही कमाई का तरीका खोजा। आज हम आपको अंकित अग्रवाल के इस बिजनेस के बारे में बताने जा रहे हैं। आखिर उन्होंने Phool.Co के बिजनेस को कैसे करोड़ों में पहुंचाया।
गंगा घाट पर बैठकर मिला बिजनेस आईडिया?
कानपुर के रहने वाले आईआईटी अंकित अग्रवाल 2015 में एक दिन अपने विदेशी दोस्त को गंगा घाट घूमाने गए। वहां उनके दोस्त ने देखा कि लोग नदियों में फूल डाल रहे हैं। गंगा के गंदे पानी व कचरे के बीच गंगा स्नान, बोतल में पानी भरते हुए देख रहे थे। वह यह सब देखकर हैरान रह गया। जब उसने अंकित से इसका कारण पूछा तो वह उसके सवाल का जवाब नहीं दे पाया। उसने कहा कि मैं यह सब देख चुका हूं। सारी गलती कंपनियों व सरकार की है। जब उसके विदेशी दोस्त ने कहा तुम खुद क्यों नहीं कुछ करते? उसी समय अंकित ने सोच लिया कि वो फैक्ट्रियों का तो कुछ नहीं कर सकते हैं, लेकिन गंगा में बहाए जाने वाले फूलों का जरूर कुछ करेंगे। यही से उसकी Phool की शुरुआत हुई।
Alia Bhatt भी कर चुकी हैं Phool.Co में इन्वेस्ट
बता दें कि अंकित ने 72000 रुपए की अपनी सेविंग से फूल डॉट कॉम (phool.com) की शुरुआत की। हालांकि ये काम इतना आसान नहीं थी। उसने कंपनी की शुरुआत 2017 में अपने दोस्त अपूर्व मिसल ने साथ मिलकर की थी। ये कंपनी अभी तक 11 हजार मीट्रिक टन से भी ज्यादा फूल वेस्ट को रीसायकल कर चुकी है। इन्होंने कानपुर फ्लावरसाइकलिंग प्राइवेट लिमिटेड को HelpUsGreen और Phool ब्रांड में विभाजित कर दिया है। इतना ही नहीं इस कंपनी में बॉलीवुड की अभिनेत्री Alia Bhatt भी यूनिक आईडिया के कारण Phool.Co में इन्वेस्ट कर चुकी हैं। इस कंपनी को काफी लोगों का प्यार और सहारा मिला। आज यह कंपनी 200 करोड़ तक पहुंच चुकी है।
Phool.Co क्या है?
Phool.Co भारत का पहला बायोमैटेरियल स्टार्टअप है जो मंदिर में चढ़ाए हुए फूलों को खराब होने से पहले इकठ्ठा करता है। उसके बाद उनसे धूपबत्ती, अगरबत्ती, आर्गेनिक वर्मीकम्पोस्ट, फ्लेदर व खुशबूदार प्राकृतिक तेल का निर्माण किया जाता है। फूलों के कचरे से ईको फ्रेंडली धूप-अगरबत्ती बनाई जाती है।
महिलाओं को दिया पैरों पर खड़े होने का मौका
साल 2017 में अंकित ने Phool की नींव रखी। शुरुआत में उन्होंने अकेले सब कुछ किया। फिर उसके कॉलेज के दोस्त अपूर्व भी उनके साथ जुड़ गए। वह रोज मंदिरों में जाकर अपनी गाड़ियों से फूल उठाकर उन्हें फैक्ट्री में लाकर फूलों से नमी हटाई जाती, फिर उन्हें सुखाया जाता। मशीन में डालकर उन्हें पेस्टिसाइड वगैरह को अलग किया। उसके बाद वह उसे एक पाउडर बनाकर आटे की तरह गूंथ लेते। फिर अगरबत्ती और धूपबत्ती बनाई।
आज 200 करोड़ की कंपनी की खड़ी
आज अंकित की कंपनी में 550 से ज्यादा महिलाएं काम करती है। उन्हें एक अच्छा विकल्प मिला है। कंपनी के पास 8 फैक्ट्रियां हैं, जहां हाथों से अगरबत्ती बनाई जाती है। जिस की शुरुआत अंकित ने 72000 रुपए से की। हैरानी की बात यह है कि आज वह 200 करोड़ रुपए की कंपनी हो चुकी है। खास बात है कि आज कंपनी न केवल लोगों को रोजगार दे रही है, बल्कि फूलों से होने वाले प्रदूषण को भी कम कर रही है।