The Summer News
×
Sunday, 28 April 2024

मीटिंग मिलेनियर्स नाम की किताब लिखने वाले आदित्य गुप्ता ने फाइनांस के बारे में सीखा पिता व दादा से

लुधियान। देश के कई गांवों में भ्रम बैंक व सेविंग से जुड़े हुए चल रहे हैं। ऐसे में सबसे ज्यादा जरुरी मुझे ग्रामीण इलाकों में फाइनेंशियल लिटरेसी के बारे में समझाने की लगी। ये कहना था सरकारी स्कूलों में फाइनेंशियल लिटरेसी के बारे में मुफ्त में पढ़ाने वाले और 17 साल की छोटी उम्र में फाइनेंस विषय पर मिटिंग मिलेनियर्स नाम की किताब लिखने वाले आदित्य गुप्ता का कॉलेज रोड के रहने वाले 17 साल के आदित्य ने फाइनांस के बारे में अपने पिता व दादा जी से सीखा।


जानकारी को बढ़ाने के लिए नेशनल स्टॉक एक्सचेंज, लुधियाना स्टॉक एक्सचेंज से भी कोर्सेस किए। लेकिन जानकारी को सिर्फ खुद तक रखने के बजाए इसे साझा करना शुरू किया। आदित्य ने बताया कि सरकारी स्कूलों में जब उसने सेशन लेने शुरू किए तो जानकारी हुई कि स्टूडेंट्स को ये तक जानकारी नहीं है कि बैंक में पैसा सुरक्षित होता है और इंटरस्ट भी मिलता है। उन्हें लगता है कि बैंक फ्रॉड करते हैं। वो घर पर ही पैसा रखना सुरक्षित मानते हैं। फाइनेंशियल लिटरेसी का कोर्स एक जरुरी कोर्स होना चाहिए जोकि हर स्कूल में करवाया जाए। मैं खुद का पॉलिसी पेपर तैयार करना चाहता हूं ताकि सरकार जो भी पॉलिसी राष्ट्रीय स्तर पर बना रही है उसे ग्रामीण स्तर तक लागू भी किया जा सके।


आदित्य ने बताया कि वो सिर्फ सरकारी स्कूलों में जाकर ही नहीं बल्कि ऑनलाइन कोर्स भी करवा रहा है। जिसमें देश भर से स्टूडेंट्स जुड़ कर फाइनेंशियल लिटरेसी के बारे में जानकारी हासिल कर रहे हैं। वहीं, वो फिनोकॉमी नाम से अपनी वेबसाइट भी चला रहा है। जिसमें ब्लॉगिंग, इंटरव्यू, पॉडकास्ट भी चला रहा है। आदित्य ने बताया कि वो चाहता है कि ग्यारहवीं-बारहवीं में ही स्टूडेंट्स को फाइनेंशियल लिटरेसी दी जाए ताकि कॉलेज में जाकर वो सही दिशा में चल सकें। इसके लिए फाइनेंशियल अवेयरनेस प्रोग्राम भी चलाए जा सकते हैं। आदित्य ने उत्तराखंड में भी स्टूडेंट्स को फाइनेंशियल लिटरेसी के बारे में बताया है।


Story You May Like