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कब है राष्ट्रपति चुनाव, कौन है बीजेपी राष्ट्रपति प्रत्याशी द्रौपदी मुर्मू ; जानिए उनसे जुड़ी खास बातें
गीता कुमारी
देश में राष्ट्रपति चुनाव का आवाहन हो गया है जिसके लिए 21 जुन देर शाम को बीजेपी और विपक्ष ने राष्ट्रपति चुनाव के लिए अपने – अपने प्रत्याशी की नाम की घोषना की। जहाँ विपक्षी पार्टियों ने यशवंत सिन्हा का नाम दिया वही सत्ताधारी बीजेपी के अगुआई वाला गठबंधन एनडीए ने एक ऐसे नाम की घोषना की है जिस से आज बीजेपी फिर से लोगो के बीच एक अलग छाप छोड़ चुकी है।
जैसे की हम सभी जानते है कि पिछली बार बीजेपी ने बिहार के एक दलित समुदाय से संबंधीत राज्यपाल रामनाथ कोविंद को अपना उम्मिदवार चुने थे और अब इस बार झारखंड की पुर्व राज्यपाल द्रोपती मुर्मू को अपना प्रत्याशी चुना है जो कि ओडिशा की एक आदिवासी समुदाय से संबंधित है, जो कि भारत की दुसरी महिला राष्ट्रपति हो सकती है।
द्रौपदी मुर्मू से जुड़ी खास बातें:
द्रौपदी मुर्मू ओडिशा के मयूरभंज जिले के रायरंगपुर में एक आदिवासी परिवार में जन्मी थी। यह झारखंड की पहली महिला आदिवासी राज्यपाल थी जो कि सेवानिवृती के बाद अपने जन्म स्थान पर रह रही थी। द्रौपदी मुर्मू संथाल आदिवासी से Belong करती है इन्होनें अपना राजनैतिक करियर पहली बार 1979 से 1983 तक सिंचाई एवं बिजली विभाग में ओडिशा सरकार के अस्सिटेंस के रुप में काम किया था।
1} 2000-2004 तक ओडिशा सरकार में राज्यमंत्री के रुप में ट्रांसपोर्ट विभाग उसके बाद इन्होनें पशुपालन एवं मत्स्य पालन विभाग को भी संभाला।
2} 2002-2009 तक भाजपा के एसडी मोर्चा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य रही।
3} इन्हें सर्वश्रेष्ठ विधायक के लिए 2007 में नीलकंठ पुरुस्कार से सम्मानीत किया गया था।
4} 2013 से 2015 तक एसडी मोर्चा और भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी रही।
5} 2015 से 2021 तक झारखंड की राज्यपाल रही।
द्रौपदी मुर्मू से मीडिया की बात:
अपनी उम्मीदवारी की घोषणा के बाद उन्होंने स्थानीय मीडिया से कहा : “मैं आश्चर्यचकित हूँ और ख़ुश भी क्योंकि मुझे राष्ट्रपति पद का प्रत्याशी बनाया गया है। मुझे यकीन नही हो रहा कि मैं इतने बड़े पद के लिए योग्य चुनी गई हुं। राष्ट्रपति पद एक संवैधानिक पद है और मैं इस पद के लिए चुनी गई हुं तो राजनीती से अलग देश के लोगो के लिए काम करुँगी।
कौन-कौन रहे राष्ट्रपति
अब तक देश में धर्म और समुदायो से राष्ट्रपति रह चुके है जिसमे:-
3 मुस्लिम राष्ट्रपति – जाकिर हुसैन, फखरुद्दीन अली अहमद, एपीजे अब्दुल कलाम।
2 दलित राष्ट्रपति – केआर नरायणन, रामनाथ कोविंद।
1 महिला राष्ट्रपति- प्रतिभा पाटिल।
दक्षिण भारत के चार राष्ट्रपति – डा. सर्वपल्ली राधाकृष्णन, वीवी गिरी, नीलम संजीव रेड्डी, आर वैंकटरमण।
राष्ट्रपति चुनाव से संबंधित कुछ महत्वपुर्ण बातें:
राष्ट्रपति चुनाव में खड़े होने के लिए 35 साल का होना जरुरी है।
भारत देश का नागरीक होना जरुरी है।
भारत के चुनाव के नामंकण पत्र में अपना नाम रखतें हो।
वो विधानसभा के सदस्य होने की योग्यता रखतें हो।
कब है राष्ट्रपति चुनाव:
राष्ट्रपति चुनाव के लिए 15 जुन को ही नोटीफिकेशन आ गया था। 29 जुन तक नामंकण होगा, 18 जुलाई को मतदान और 21 जुलाई को नतीजा घोषित किया जाएगा।