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Friday, 10 May 2024

रोहिंग्या मुसलमानों के बच्चों के लिए स्कूल और हॉस्टल पर नानकहेडी गाँव मे प्रदर्शन, भूख हड़ताल पर बैठे गाँव के लोग

दिल्ली। दिल्ली के नानकहेडी गाँव स्थित दिल्ली सरकार के सेकेंड्री स्कूल को रोहिंग्या मुसलमानों के बच्चों के लिए रेसिडेंशियल स्कूल बनाये जाने की जानकारी के बाद से गाँव के लोगों में इस बात का काफी रोष है। जिसे लेकर कल से ही वो स्कूल के बाहर अनिश्चित कालीन भूख हड़ताल पर बैठ कर केजरीवाल सरकार और उनके निर्णय के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं।


नानकहेडी गाँव स्थित दिल्ली सरकार के स्कूल की हैं, जिन्हें केजरीवाल सरकार ने रेसिडेंशियल स्कूल फ़ॉर स्ट्रीट चिल्ड्रन बना दिया है। और दिल्ली के उपमुख्यमंत्री के साथ केजरीवाल खुद ही इस स्कूल का दौरा करने पहुँचे थे, और वो भी चुपचाप। इस बात की जानकारी जब गाँव वालों को हुई, तो वो तुरंत ही स्कूल के बाहर पहुँच गए और केजरीवाल सरकार के इस फैसले के खिलाफ अनशन पर बैठ गए। स्थानीय लोगों ने बताया कि 06 महीने पहले उन्हें पता चला था कि इस स्कूल के बच्चों को कांगणहेडी गाँव स्थित स्कूल में शिफ्ट कर यहां गली-सड़क में घूमने वाले बच्चों के लिए हॉस्टल और स्कूल बनाया जाएगा। जिसका उन्होंने उस वक़्त भी विरोध किया था, और इसे लेकर यहां के विधायक गुलाब सिंह के पास अपनी शिकायत और समस्या भी रखी थी। जिस पर विधायक ने उन्हें आश्वश्त किया था कि ऐसा कुछ भी नहीं होगा। लेकिन अब दिल्ली के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री रोहिंग्या मुसलमानों के बच्चों के लिए इस स्कूल का उद्घाटन चुपचाप कर के चले गए और गाँव वालों को भनक तक नहीं होने दी। लोगों ने साफ लहजे में कहा कि वो यहां रोहिंग्याओं के लिए कुछ भी नहीं बनने देंगे। ये गाँव उन लोगों का है, और यहां उन्हीं के बच्चे पढ़ेंगे।

दिल्ली के नानकहेडी गाँव स्थित दिल्ली सरकार के सेकेंड्री स्कूल को रोहिंग्या मुसलमानों के बच्चों के लिए रेसिडेंशियल स्कूल बनाये जाने की जानकारी के बाद से गाँव के लोगों में इस बात का काफी रोष है। जिसे लेकर कल से ही वो स्कूल के बाहर अनिश्चित कालीन भूख हड़ताल पर बैठ कर केजरीवाल सरकार और उनके निर्णय के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं।

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