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राजस्थान के इस गांव में बूंद-बूंद पानी को तरस रहे ग्रामीण, 3KM पैदल चलकर नसीब होता है खारा पानी
धौलपुर (एकता): राजस्थान में ग्रामीण पानी की एक बूंद-बूंद के लिए तरस रहे हैं। यहां पानी का सूखा पड़ गया है। ग्रामीणों का जीवन नरक जैसा बन गया है। ग्रामीणों की प्यास बुझाने के लिए गांव के दो कुएं उनके जीने का सहारा बने हुए हैं। मीडिया सूत्रओं के अनुसार जिला मुख्यालय से महज 5 किलोमीटर दूर स्थित भेंसेना गांव के ग्रामीण पिछले 50 साल से पानी के लिए भटक रहे हैं। हैरानी की बात यह है कि वह करीब 100 फीट गहराई के खारे पानी के 2 कुएं से अपनी प्यास बुझा रहे हैं। पूरा दिन वह लंबी-कतारें बनाकर इतनी दूर चलकर पानी के लिए भटकते हैं। जिसमें बच्चे, महिला-पुरुष भी शामिल हैं। गांव के बाहर करीब 3 किलोमीटर दूर से वह पानी लाते हैं।
दूसरी तरफ जो पानी वह पीते हैं, वह खारा होता है। जिससे उनकी प्यास तो बुझती नहीं। ग्रामीणों का कहना है कि गर्मी में उनको पानी लाने में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। गांव में अगर कोई शादी होती है तो सबसे ज्यादा पानी की दिक्कत होती है, लोगों को शादी से पहले ही पानी इकट्ठा करना पड़ता है। दरअसल जहां गांव है वहां पानी का लेवल काफी नीचे है। उन्होंने इस समस्या के बारे में कई बार प्रशासन और नेताओं से बात की लेकिन कुछ हासिल नहीं हुआ। गांव के लोगों ने बताया कि एक साल पहले कुएं से पानी खींचते हुए उनका बेटा कुएं में गिर गया था, जिससे उसकी मौत हो गई। कुएं में और भी कई लोगों की गिरने से मौत हुई है। लोगों का कहना है कि चुनाव में वे वोट मांगने आते हैं, उस दौरान उन्हें समस्या बताओ तो वह सिर्फ आश्वासन देते हैं।