अद्भुत है खोले के हनुमान जी मंदिर का इतिहास, सैलानियों की आस्था और श्रद्धा का है केंद्र
राजस्थान (एकता): हमारे देश में कई धार्मिक स्थल हैं। हर किसी का अपना रहस्य है। जिन लोगों की मंदिरों, धार्मिक स्थलों के प्रति गहरी आस्था है, वह दूर-दराज से यहां दर्शनों के लिए आते हैं। बता दें कि राजस्थान में भी काफी मंदिर ऐसे हैं जहां भक्तों की गहरी आस्था है। जयपुर में खोले के हनुमान जी का एक ऐसा मंदिर है जहां बारिश के समय पानी खोले रूप में बहता था। इसलिए इस जगह का नाम खोले के हनुमानजी जी पड़ गया।
यह चमत्कारी मंदिर भी है। यहां बड़ी संख्या में भक्त आते हैं। इसमें अन्य हिंदू देवी-देवताओं के सुंदर मंदिर बनाए गए हैं। मंदिर में सुंदरकांड, रामायण के पाठ, हनुमान जी के कीर्तन, शिवजी के सहस्त्र घट, यज्ञ, जप, जीमन और रामधुनी भी होती है। मंदिर में प्रसाद के तौर पर चूरमा, रोट, गुड-चने, बूंदी के लड्डू अन्य चीज़ें भी मिलती हैं। जो भक्त मंदिर में आते हैं, वह हनुमान जी पर सिंदूर, चमेली, देसी घी, चांदी के वर्क, फूल-माला चढ़ाते हैं। ये मंदिर जयपुर-दिल्ली राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-8 से लगभग 2 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
मंदिर में आरती सुबह के समय होती है। खोले मंदिर में श्रद्धालुओं के अलावा देशी-विदेशी सैलानियों का भी जमावड़ा लगा रहता है। सूत्रों के अनुसार इसका इतिहास लगभग 70 साल पुराना बताया जा रहा है। अपनी मनोकामनाएं पूर्ण होने पर लोग हनुमान जी के दरबार में गोठ का आयोजन करते हैं। अन्नकूट के अवसर पर यहां लक्खी मेला लगता है। इस मंदिर में चारों ओर दीवारों और शीशे पर की गई पेंटिंग लोगों का ध्यान अपनी ओर खींचती हैं।